अब कचरे से बनाई जाएगी खाद नगर निगम ने एक साल से बंद केदारपुर लैंडफिल साइट काे अपने हाथ में लिया
नगर निगम अब कचरे से खाद बनाएगा। इसके लिए मंगलवार काे निगम ने ईको ग्रीन कंपनी द्वारा तैयार की गई केदारपुर लैंडफिल साइट को अपने हाथ में ले लिया है। फरवरी 2019 से बंद इस लैंडफिल साइट पर निगम आयुक्त संदीप माकिन अपनी टीम के साथ पहुंचे। उनके निर्देश के बाद प्लांट की मशीनों को चालू कर देखा गया। इन मशीनों से अब यहां जैविक खाद बनाने का काम एक सप्ताह में शुरू हो जाएगा। जैविक खाद बनने का फायदा ग्वालियर को स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 में मिलेगा।
गाैरतलब है कि काम में लापरवाही के कारण नगर निगम ने 18 अक्टूबर को ईको ग्रीन कंपनी के 120 वाहन अधिग्रहित किए थे। कंपनी के 485 कर्मचारियों को अपने साथ जाेड़ा था। हालांकि सफाई व्यवस्था सुधरने की जगह और बिगड़ गई। अब इसमें सुधार के लिए नगर निगम ने केदारपुर लैंडफिल साइट काे शुरू करने की पहल की है।
ढाई महीने से बंद तीन कचरा सेंटर शुरू: ईको ग्रीन कंपनी की हड़ताल के पहले से ही कचरा सेंटरों पर ताले लग गए थे। जब निगम ने केदारपुर प्लांट को अपने हाथ में लिया ताे उसमें कचरा भरा हुआ था। निगम ने अब नारायण विहार, मेला ग्राउंड एवं बुद्धा पार्क स्थित ट्रांसफर स्टेशन (कचरा सेंटर) को भी चालू करा दिया है। इन सेंटराें से कचरा लैंडफिल साइट पर भेजा जाएगा।
भस्मक भी किया जाएगा चालू
केदारपुर में मरे हुए जानवरों काे जलाने के लिए भस्मक बना हुआ है। ईको ग्रीन कंपनी ने कुछ समय इसे चलाया। इसके बाद इसे बंद कर दिया। अभी नगर निगम का स्टाफ मरे हुए जानवरों को उठाने का काम कर रहा है। केदारपुर साइट पर निगम आयुक्त ने उपयंत्री अभिनव तिवारी काे भस्मक को चालू करने के निर्देश दिए हैं।