प्रदीप वर्मा, उसकी पत्नी और मां के 6 बैंक के 12 खाते कराए सीज, बड़े ट्रांजेक्शन पर उलझा ईओडब्ल्यू

मल्टी की परमिशन, एंटी माफिया एक्शन के नाम पर ब्लैकमेल करने वाले नगर निगम के सिटी प्लानर प्रदीप वर्मा रिश्वत कांड में मंगलवार को ईओडब्ल्यू की 6 टीम बैंक में ही घूमती रहीं। जिन 12 बैंक खातों का पता लगा था, उन्हें सीज करवा दिया गया है, पर एक बड़े ट्रांजेक्शन ने ईओडब्ल्यू को उलझन में डाल दिया है। यह डिटेल अभी नहीं मिल पाई है। यह ट्रांजेक्शन किसने और क्यों की है? ईओडब्ल्यू के अफसर ट्रांजेक्शन के बारे में खुलकर बोल रहे। 12 बैंक खातों में कितना पैसा जमा है, इसका भी पता नहीं चल सका है। इन खातों में कुछ उनके पत्नी और मां के नाम पर भी हैं।

ये है मामला

नगर निगम के तत्कालीन सिटी प्लानर प्रदीप वर्मा ने बिल्डर धर्मेन्द्र भारद्वाज से 50 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। इस पर 25 लाख में डील तय हुई। जब धर्मेन्द्र 5 लाख की रिश्वत लेकर पहुंचे, तो प्रदीप वर्मा ने उन्हें कार में बैठा लिया और गांधी रोड पर घूमने निकल गए। यहां जैसे ही रिश्वत के रुपए लिए ईओडब्ल्यू की टीम ने उन्हें घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद उनके विनय नगर स्थित आलीशान घर पर भी छापामार कार्रवाई की। यहां से 24 फाइल, पेन ड्राइव व काफी संख्या में दस्तावेज मिले थे।

बैंक में बीता पूरा दिन

रिश्वत के साथ प्रदीप वर्मा के पकड़े जाने के बाद 29 और 30 दो दिन शासकीय अवकाश पड़ गया। मंगलवार सुबह से ईओडब्ल्यू की 6 टीमें अलग-अलग बैंकों में पहुंची। प्रदीप वर्मा के माधवगंज स्थित आन्ध्रा बैंक में 2, सराफा बाजार की यूको बैंक में एक, बहोडापुर यातायात नगर एसबीआई में 1, ओरिएंटल बैक ऑफ कॉमर्स में दो, पंजाब नेशनल बैंक में एक, एक्सिस बैंक सिटी सेंटर में एक, सेन्ट्रल मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक में एक सहित कुल 12 बैंक खातों की डिटेल मिली थी। साथ ही, प्रदीप वर्मा की पत्नी, मां के नाम भी खाते मिले थे। सभी को जांच में लिया गया है।