डीआरडीओ लैब को अगले सप्ताह होगी जमीन आवंटित, 122 संपत्तियां बचेगी कार्यवाही से

ग्वालियर. वर्षो से पहले से बनी सिटीसेंटर क्षेत्र से डीआरडीओ की लैब को महाराजपुरा में शिफ्ट किये जाने की तैयार हो गयी है। एडीएम किशोर कन्याल के अनुसार अगले सप्ताह जमीन आवंटित होने के बाद शिफ्ट होने के कार्य को तेज कर दिया जायेगा। उसके बाद डीआरडीओ प्रबंधन का वहां पर काम शुरू हो जायेगा और सिटी सेंटर मौजूदा लैब परिसर से भी प्रतिबंध का क्षेत्र भी कम कर दिया जायेगा। डीआरडीओ प्रबंधन ने 2023 तक लैब को सिटीसेंटर से महाराजपुरा पर शिफ्ट करने की प्लानिंग की है।

लैब को शिफ्ट होने के बाद 10 मीटर रह जायेगा

फिलहाल डीआरडीओ को जमीन के साथ ही 200 मीटर का प्रतिबंधित क्षेत्र घटाकर 50 मीटर और लैब को शिफ्ट होने के बाद 10 मीटर रह जायेगा। ऐसा होने पर 2 चरणों में डीआरडीओ के आसपास बनी 122 सरकारी व निजी संपत्तियां कार्यवाही के दायरे से बाहर हो जायेगी और लगभग 9 हजार करोड़ रूपये संपत्ति बच जायेगी।

नई लैब तैयार होगी 140 एकड़ में

सरकार ने डीआरडीओ लैब के लिए महाराजपुरा एयरबेस के सामने की पट्‌टी पर 8 सर्वे नंबरों की 140 एकड़ जमीन आवंटित की है। इसके पास की जमीन पर ही केंद्र सरकार का प्लास्टिक इंस्टीट्यूट तैयार हो रहा है। अब तक की प्लानिंग के अनुसार यहां सिर्फ लैब बनाई जाएगी और सिटी सेंटर स्थित डीआरडीओ कैंपस में आवास और लैब का कुछ हिस्सा रहेगा। सिटी सेंटर कैंपस कुल 70 एकड़ जमीन में बना हुआ है जिसमें रक्षा विहार के आवास भी हैं।

सिटी सेंटर स्थित डीआरडीओ कैंपस के आसपास सरकारी व निजी भवनों के निर्माण के खिलाफ हाईकोर्ट में राजेश भदौरिया द्वारा याचिका दायर की गई थी। हाईकोर्ट ने इस याचिका पर सुनवाई करते हुए मार्च 2019 में आदेश दिए कि 200 मीटर के दायरे में बने निर्माण तोड़े जाएं। इस दायरे में 142 सरकारी व निजी बिल्डिंगों के निर्माण आ रहे हैं। हालांकि, हाईकोर्ट के आदेश पर सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से स्टे लिया हुआ है, साथ ही सरकार ने अब लैब को शिफ्ट किए जाने के लिए जमीन आवंटित कर दी है।

अगस्त के अंतिम सप्ताह में राज्य सरकार की कैबिनेट से लैब के लिए जमीन आवंटित होने के बाद जिला प्रशासन के अधिकारियों ने डीआरडीओ प्रबंधन में संपर्क किया था और जमीन पर विधिवत रुप से कब्जा लेने व प्रतिबंध का दायरा कम करने की बात कही। जानकारी के अनुसार अब इस पर सहमति बन चुकी है और कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने डीआरडीओ को जमीन दिए जाने के लिए कागजी प्रक्रिया भी पूरी कर दी है। अगले सप्ताह तक ये जमीन डीआरडीओ को दे दी जाएगी।

अगले सप्ताह तक आंवटित होगी जमीन

डीआरडीओ लैब के लिये आवंटित जमीन अगले सप्ताह तक लैब को दे दी जायेगी। प्रबंधन से हुई चर्चा के अनुसार डीआरडीओ लैब 2023 तक शिफ्ट हो जायेगी और इस दौरान सिटीसेंटर स्थित उनके परिसर के आसपास 200 मीटर का दायरे को कम किया जायेगा। ताकि वहां की संपत्तियों को किसी तरह का नुकसान न पहुंचे।