22 लोग बिना मास्क पकड़े, दो घंटे खुली जेल में बैठकर लिखना पड़ा कोरोना पर निबंध
कोविड गाइड लाइन का पालन व मास्क नहीं पहनने वालों को अब प्रशासन पकड़कर खुली जेल पहुंचाएगा। रविवार से जिला प्रशासन ने नया अभियान शुरू किया है। शाम को 22 लोगों को खुली जेल पहुंचाया गया है। खुली जेल में दो घंटे तक बंद रखने के बाद इन लोगों से कोरोना और उसके बचाव पर निबंध लिखवाने के बाद ही घर जाने दिया गया है। लोगों को चालान से ज्यादा दो घंटे तक बंद रहना और निबंध लिखना भारी पड़ा है।
यदि आप शहर में बिना मास्क पहनकर घूमने के आदि हो, तो सावधान हो जाएं, क्योंकि जिला प्रशासन ने अब मास्क पहनने की आदत डलवाने का नया तरीका निकाला है। सिटी सेंटर में कैप्टन रूपसिंह स्टेडियम को खुली जेल का रूप दिया गया है। शहर में प्रशासन की अलग-अलग चार टीमें घूम रहीं हैं। जो भी व्यक्ति बिना मास्क के मिलता है, उसे उठाकर यहां छोड़ जाते हैं। इसके बाद दो घंटे तक यहीं रखते हैं और उनसे कोरोना और उसके बचाव पर निबंध लिखवाया जाता है, तभी उनको घर जाने दिया जाता है। चालान तक तो ठीक था, लेकिन कुछ बिना पढ़े लिखे लोगों पर यह निबंध लिखना और दो घंटे तक बंद रहना भारी पड़ रहा है।
निबंध लिखने में किसी की सांस फूली, तो किसी ने बताया ज्ञान
नया बाजार से श्याम शर्मा को बिना मास्क के पकड़ा है। जब उनको बैठाकर कोरोना पर निबंध लिखने को कहा तो उनकी सांसें फूल गईं। बहुत प्रयास के बाद चार लाइन लिखी, जो उनको ही समझ में आ सकती थी। कोरोना को कोवेड लिखा और बताया उससे जान भी जा सकती है। भीड़ से दूर रहना चाहिए।
नया बाजार से पकड़े गए नीरज प्रजापति अपनी दुकान के बाहर बिना मास्क के खड़े थे। उनको पुलिस पकड़कर खुली जेल में ले आई। यहां उनसे कोविड-19 पर निबंध लिखने को कहा गया। बहुत मुश्किल के बाद 7 लाइन लिखकर दीं। निबंध लिखने में लोगों को पसीना आ रहा था