निर्देश देकर भूले अफसर, ट्रैफिक सुधार की बैठक के एक दिन बाद ही मंडी में आए वाहनों से 7 घंटे जाम
एक दिन पहले एसडीएम ने बैठक कर मंडी में आने वाले वाहनों को डायवर्ट कर ट्रैफिक सुधार के निर्देश दिए थे, जिससे जाम की समस्या से निजात मिले। लेकिन निर्देश देने के बाद अधिकारियों ने ट्रैफिक सुधार की योजना नहीं बनाई। नतीजन शुक्रवार को मंडी में धान बेचने आए वाहनों के कारण डबरा-भितरवार और डबरा चीनौर रोड पर जाम लग गया।
अक्टूबर माह के प्रारंभ से ही मंडी में धान की आवक शुुरु हो गई थी। लेकिन प्रशासन और मंडी प्रशासन ने इस बार वाहनों को मुख्य मार्ग से लेकर डायवर्ट किए जाने एवं मंडी परिसर में व्यवस्थित रुप से खड़े किए जाने को लेकर किसी प्रकार की योजना नहीं बनाई है। एसडीएम प्रदीप कुमार शर्मा ने 18 नवंबर को बैठक लेकर जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए मंडी प्रशासन और राजस्व प्रशासन की बैठक ली लेकिन निर्देश देकर एसडीएम ने किसी प्रकार की सुध नहीं ली और अधीनस्थों ने भी किसी प्रकार की योजना नहीं बनाई।
शुक्रवार को मंडी में 1200 ट्रॅालियां मंडी में बिकने आई। सुबह 4 बजे से ही मंडी में ट्रॉलियां आनी शुरु हो गईं, जिससे मंडी गेट के सामने से भितरवार रोड और चीनौर रोड पर जाम लगना शुरु हो गया । धीरे-धीरे यह जाम भितरवार रोड पर करीब 4 किलोमीटर तक फैल गया।
गलियों में दिखा जाम का असर
भितरवार रोड और चीनौर रोड पर जाम लगने से ट्रैफिक शहर की गलियों से निकला, जिससे सराफा बाजार, गीता टॉकीज रोड, पुराना गाड़ी अड्डा रोड, बुजुर्ग रोड, तहसील रोड पर लोड बढ़ने से इन गलियों में भी जाम की स्थिति बनती रही हैं और लोग परेशान होते रहे । अधिकांश कम दूरी पर जाने वाले लोग जाम में फंसे रहे।
शहर के मुख्य मार्गों पर इसलिए लगा रहा वाहनों का जाम
ट्रैफिक को नियंत्रित करने में सबसे बड़ी भूमिका पुलिस की होती है। लेकिन पुलिस ने भी मंडी तक जाने वाले वाले ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए किसी प्रकार की योजना नहीं बनाई है। जिससे बाजार से मंडी तक भी ट्रैफिक अनियंत्रित होकर निकलते हैं, साथ ही उपज बेचने के बाद किसान बाजार में ही अपने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को अनियंत्रित ़़रुप से कहीं भी खड़े कर खरीददारी के लिए निकल जाते हैं लेकिन पुलिस उन पर कोई कार्रवाई नहीं करती है। इसके साथ ही बायपास मार्गों से ट्रैफिक को सही तरीके से डायर्वट नहीं किया जा रहा है जिससे जाम लग रहा है। अगर पुलिस कार्रवाई करे तो जाम न लगे।
जाम से निपटने के लिए जल्द ही बैठक करेंगे
धान की आवक के कारण अभी ज्यादा वाहन शहर में आ रहे हैं, इसलिए जाम लग रहा है। जाम से निपटने के लिए रविवार को मंडी प्रशासन, पुलिस के साथ ही व्यापारियों के साथ बैठक कर योजना तैयार करेंगे। प्रदीप कुमार शर्मा, एसडीएम, डबरा
रूट प्लान नहीं बनाया
डबरा मंडी परिसर काफी बड़ा है, और मंडी में करीब 2 हजार ट्रॉलियां तक खड़ी होती हैं, लेकिन मंडी प्रशासन ने मंडी में उपज बेचने आने वाले वाहनों को व्यवस्थित रुप से खड़ा करने के लिए किसी प्रकार की प्लानिंग या आने-जाने के लिए किसी प्रकार का रुट प्लॉन तैयार नहीं किया है। अगर अफसर किसानों के वाहनों के आने और जाने का रूट प्लान बनालें तो जाम नहीं लगेगा।
अभी कोई रोकटोक नहीं होती है जिसके चलते किसान अपने वाहनों को मंडी परिसर में कहीं भी अव्यस्थित रुप से खड़े कर देते हैं, जिससे मंडी परिसर में जाम लगता है और फिर वाहन मुख्य मार्गों पर खड़े होकर मंडी में जाने का इंतजार करते हैं। मंडी प्रशासन ने इसके लिए पहले से कोई तैयारी नहीं की अब मंडी सचिव रविवार को व्यापारियों और प्रशासन के साथ मंडी परिसर का भ्रमण कर रुट प्लॉन बनाए जाने की बात कह रहे हैं।
रविवार को फिर से होगी अफसरों की बैठक
पहले प्रशासन ने कोई योजना नहीं बनाई और ट्रैफिक सुधार को लेकर महज निर्देश देने की खाना-पूर्ति करते रहे, लेकिन जब समस्या बढ़ने लगी तो अब योजना बनाने की बात कह रहे हैं। एसडीएम प्रदीप कुमार शर्मा अब रविवार की सुबह मंडी प्रशासन के साथ पुलिस और व्यापारियों के साथ बैठक कर एवं मंडी और मुख्य मार्गों का निरीक्षण कर योजना बनाने कीबात कह रहे हैं।