जीवाजी विश्वविद्यालय में 4 घंटे हंगामा, प्रदर्शन कर रहे छात्रों की समस्यायें नहीं सुनी तो गेट पर चढ़े
ग्वालियर. बीएससी फायनल ईयर में छात्रों को फिजिक्स व अन्य विषयों में शून्य अंक देने पर छात्र नेताओं ने सोमवार को जीवाजी विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के सामने 4 घंटे चले प्रदर्शन में छात्रों की समस्यायें सुनने के लिये जेयू कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला नीचे आई। दोपहर 12 बजे एनएसयूआई के प्रदेश सचिव यतेन्द्रसिंह के नेतृत्व में प्रशासनिक भवन के दोनों गेट पर ताला डालकर नारेबाजी शुरू की दी है। छात्रों का कहना था कि उनकी 6 सूत्रीय मांगों को पूरा किया जाये। हंगामा बढ़ने पर जेयू के अधिकारियों ने पुलिस बुला ली और उन्होंने छात्र नेता यतेन्द्र सिंह समेत अन्य छात्रों का पकड़कर ले गयी। कार्यकर्त्ताओं का कहना था कि जो छात्र कोरोना की वजह से परीक्षा नहीं दे पाये हैं, उनकी परीक्षा कराई जाये।
हंगामा कर रहे छात्रों की समस्यायें सुनी कुलपति ने
एनएसयूआई के प्रदर्शन करने की जानकारी मिलने पर कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला छात्रों के सामने पहुंची और समस्यायें सुनी, उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा छात्रों की समस्या का समाधान कराया जायेगा। इसके बाद भी कार्यकर्त्ता नहीं माने। वह 4 घंटे तक प्रशासनिक भवन के बाहर नारेबाजी करते रहें। गेट तोड़ने का प्रयास करने पर जेयू प्रशासन ने पुलिस बुला ली और प्रदर्शनकारी छात्रों को पुलिस अपने साथ ले गयी।
इस बीच अधिकारियों ने बीएससी फायनल ईयर के छात्रों की कॉपियों की जांच कराने के लिये साइंस कॉलेज से दो प्रोफेसर बुलाये गये। एनएसयूआई ने 100 छात्रों का रोल नम्बर दिया था ऐसे छात्रों का कहना था कि उन्होंने कॉपी में सही उत्तर लिखा है, फिर भी फेल कर दिया है, इसके बाद प्रोफेसरों ने 20 छात्रों की कॉपियों को देखा और कहा कि मूल्यांकन में गड़बड़ी नहीं हुई है।