बड़ोखर से रेत की मंडी तो नहीं हटी, माफिया ने फ्लाईओवर के नीचे बना लिया एक और ठिकाना
उपचुनाव के दौर में आचार संहिता प्रभावित होने पर भी चंबल रेत का अवैध परिवहन शहर में धड़ल्ले से किया जा रहा है। इतना ही नहीं बीते दो माह में रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली पांच साल के मासूम बच्चे सहित 70 वर्षीय वृद्ध को कुचलकर जाने ले चुके हैं। बावजूद इसके बड़ोखर क्षेत्र से रेत की मंडी नहीं हटाई गई। इतना ही नहीं अब तो रेत माफिया ने नेशनल हाइवे पर फ्लाई ओवर के नीचे नया ठिकाना बना लिया है। जहां केसएस चौराहे से लेकर अंबाह बाईपास तक रेत से भरे सैकडों ट्रैक्टर-ट्रॉली सुबह पांच बजे से खड़े रहते हैं।
हैरानी की बात यह है कि सुबह के समय अंबाह बाईपास पर वन विभाग का उडऩदस्ता तैनात रहता है। लेकिन रेत कारोबारी बेखौफ होकर उड़नदस्ते के सामने से गुजरते रहते हैं। पुलिस व वन विभाग के उड़नदस्ते का उन्हें कोई डर नहीं है। बीते दो माह के अंदर बड़ोखर क्षेत्र में रेत के ट्रैक्टर-ट्रॉली ने 10 साल के मासूम बच्चे सहित 70 वर्षीय वृद्ध को कुचल कर मौत की नींद सुला दिया। बावजूद इसके बड़ोखर क्षेत्र में रेत की मंडी लगना बंद नहीं हुआ।
यहां सुबह 4 से बजे से लेकर 8 बजे तक चंबल रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का आना-जाना लगा रहता है। रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली दुकानों व मकानों के आगे मेन सड़क पर लाइन लगाकर खड़े हो जाते हैं। जिससे इस क्षेत्र के लोगों का अमन-चैन छिना हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां पुलिस व राजनैतिक सरंक्षण मिलने के कारण अवैध रेत का कारोबार संचालित हो रहा है।
रेत काबारियों ने इंड्रस्ट्रियल एरिया को भी बनाया ठिकाना
जानकारी लेने पर सिंह ऑयल के संचालक अशोक सिंह भदौरिया ने दैनिक भास्कर को बताया कि नेशनल हाइवे स्थित इंडस्ट्रीज एरिया की मेन सड़क को भी रेत माफिया ने अपना ठिकाना बना रखा है। यहां एक महीने से सुबह 4 बजे से उद्योग विभाग से लेकर काका ढाबे के सामने इंडस्ट्रीज एरिया की मुख्य सड़क पर 100 से अधिक रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़े हो जाते हैं। जिससे यहां सुबह घूमने वाले लाेगों को हादसा होने का डर है। यहां बताना जरूरी है कि इंडस्ट्रीज एरिया की सड़क पर सुबह के समय घूमने वालों में महिलाओं की संख्या होती है। इसलिए रेत कारोबारी ट्रैक्टर में लगे डेक पर अश्लील गाने बजाते हैं तथा फब्तियां कसने से बाज नहीं आते।