महाराष्ट्र: भिवंडी में 3 मंजिला इमारत गिरी, 10 लोगों की मौत, 11 घायल, रेस्क्यू जारी

महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी शहर में रविवार देर रात एक तीन मंजिला इमारत ताश के पत्तों की तरह ढह गई. इमारत में रहने वाले काफी लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका व्यक्त की जा रही है. स्थानीय लोगों के अनुसार साल 1984 में बने जिलानी अपार्टमेंट, मकान नंबर 69 नामक इमारत का आधा हिस्सा देर रात ढह गया.

बताया जा रहा है कि गिरने वाले इस तीन मंजिला मकान के हिस्से के 21 फ्लैट में काफी लोग गहरी नींद में सो रहे थे. अचानक रात 3 बजकर 20 मिनट पर भिवंडी के पटेल कंपाउंड में कोहराम मच गया. स्थानीय नागरिक और मनपा की टीम राहत और बचाव का काम कर रहे हैं.

ताजा जानकारी के मुताबिक इमारत के मलबे से अब तक 10 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं. जबकि राहत कार्य के दौरान 11 जीवित लोगों को सुरक्षित रूप से बाहर निकाला गया है. अभी भी कुछ लोगों के फंसे होने की आशंका व्यक्त की जा रही है.

मरने वालों में जुबैर कुरैशी, फैजा कुरैशी, आयशा कुरैशी, बब्बू, फातमा जुबैर बाबू, फातमा जुबैर कुरैशी, उजेब जुबेर, अस्का अबिद अंसारी, अंसारी दानिश अलीद, सिराज अहमद शेख शामिल हैं. इसके अलावा सलमानी, रुक्सार कुरैशी, मोहम्मद अली, शाबिर कुरैशी, मोहम्मद अली, मोमिन समीउल्लाह, कैसर सिराज शेख, रुक्सार शेख समेत 11 लोग घायल हैं.

एनडीआरएफ ने बताया कि ठाणे महानगर पालिका से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सुबह लगभग 04 बजे भिवंडी में एक तीन मंजिला इमारत गिर गई थी. स्थानीय लोगों द्वारा 20 लोगों को मलबे में से बचाया गया है. इसके अलावा 20-25 लोगों के फंसे होने की आशंका है. आरआरसी मुंबई से एनडीआरएफ की टीम घटना स्थल पर पहुंच गई है और राहत एवं बचाव कार्य तेजी से जारी है. ठाणे नगर निगम के पीआरओ ने घटना के बारे में आजतक को बताया कि एनडीआरएफ की एक टीम ने ठाणे के भिवंडी में इमारत ढहने के स्थल पर मलबे के नीचे से एक बच्चे को बचाया. आज की इस घटना में कम से कम पांच लोगों की जान चली गई है.

मलाड में गिर गई थी 10 साल पुरानी इमारत

आपको याद दिला दें कि इसी तरह पिछले महीने महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के महाड में एक पांच मंजिला इमारत गिर गई थी. महाड शहर में तारिक गार्डन नाम की पांच मंजिला इमारत गिरने से तकरीबन 50 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जाहिर की गई थी. वो इमारत पुरानी नहीं थी. तालाब किनारे बनी वो इमारत महज दस साल पुरानी थी.

जिला कलेक्टर निधि चौधरी ने आजतक से बात करते हुए इस बात की पुष्टि की थी. उन्होंने कहा था कि इमारत 10 साल पहले ही बनाई गई थी. लेकिन समझ नहीं आ रहा कि ये इमारत क्यों गिर गई? उन्होंने कहा था कि ये तालाब के पास की इमारत थी. डिजाइनिंग में दिक्कत थी या मकान बनाने में खराब मैटेरियल, ये सभी जांच का विषय है.