गया बना सबसे गंदा शहर तो मेयर बोले- गलत डाटा से फिसड्डी हुई रैंकिंग

स्वच्छ भारत सर्वेक्षण रिपोर्ट-2020 के घोषित परिणाम में भगवान बुद्ध की ज्ञान भूमि गया शहर सबसे निचले पायदान पर है. कई शहरों की सूची में इस पौराणिक और ऐतिहासिक शहर को सबसे गंदा घोषित किया गया है.

इस सर्वे रिपोर्ट पर गया के मेयर गणेश पासवान, डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव सहित अन्य जनप्रतिनिधि भड़के हुए हैं. जनप्रतिनिधियों का कहना है कि सच्चाई से परे होकर इस तरह की रिपोर्ट बनाई गई है. मेयर ने कहा कि निगम के कुछ गैरजिम्मेवार अधिकारियों के द्वारा सही डाटा अपलोड नहीं किया गया. जिस कारण गया शहर को सबसे गंदा शहर घोषित किया गया.

बता दें कि इस साल स्वच्छता सिटी सर्वे 2020 में 1 से 10 लाख की आबादी वाले शहरों में इस बार सबसे गंदा शहर बिहार का गया रहा. गया शहरों की रैकिंग में सबसे अंतिम 382वें नंबर पर है. स्वच्छता सिटी सर्वे 2020 में जहां गया का स्कोर 737.74 है तो वहीं सबसे स्वच्छ शहर अंबिकापुर का स्कोर 5428.31 है. यह रैंकिंग 10 लाख से कम आबादी वाले शहर की है जिनकी संख्या देश में 382 है. मेयर गणेश पासवान ने कहा कि शहर में व्यापक तौर पर साफ सफाई का अभियान चलाया गया है. कुछ अधिकारियों द्वारा सर्वेक्षण के दौरान लापरवाही बरती गई और सही डाटा अपलोड नहीं किया गया. निगम के कार्यों के बारे में भी सही जानकारी नहीं दी गई. जिस कारण शहर को सबसे गंदा शहर घोषित किया गया. उन्होंने कहा कि इसे लेकर हम लोगों में मायूसी है. उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उनका वेतन भी रोका जाएगा. डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि शहर की प्रमुख सड़कों पर कहीं भी कूड़ा-कचरा नहीं है. बावजूद इसके गया को सबसे गंदा शहर घोषित किया गया. इसके लिए नगर निगम के प्रबंधक विष्णु प्रभाकर लाल, नगर निगम के कनिय अभियंता दिनकर प्रसाद व उप नगर आयुक्त मो. साहब याहिया दोषी हैं.

उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से मुक्त करने के लिए नगर आयुक्त को अनुशंसा की गई है. इसके बावजूद इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो स्टैंडिंग कमिटी में इनके खिलाफ कठोर निर्णय लिया जाएगा.

इस संबंध में नगर आयुक्त सावन कुमार ने बताया कि सबसे गंदा शहर घोषित होने से हम लोग दुखी हैं. नगर निगम के द्वारा शहर में व्यापक कार्य किए जा रहे हैं. हमारा प्रयास होगा कि अगले वर्ष गया शहर को सबसे स्वच्छ शहर बनाएं.