चौधरी, मुदगल क्या करेंगे?

अपने भिंड के पूर्व मंत्री चौधरी साहब और मुरैना के पूर्व विधायक मुदगल साहब के सामने धर्मसंकट है कि वह आगे क्या करें। पिछले कई सालों से भाजपा की सेवा करके भी उन्हें अपेक्षित मुकाम नहीं मिला हैं।
दोनों ने ही अपने मूल दल कांग्रेस व बसपा को त्याग कर भाजपा की सदस्यता ली थी, लेकिन अभी तक भाजपा में रहकर उनका उद्धार नहीं हो सका हैं, लेकिन दोनों फिर भी भाजपा में पूरी शिददत से काम कर रहे हैं। इधर ग्वालियर के मुरार के पूर्व कांग्रेस नेता (अब भाजपा) जैन साहब भी अगला प्लान नहीं बना पा रहे हैं, वह भी पीआरओ बनकर रह गये हैं।