देश की सुरक्षा में शहीद हुआ रीवा का लाल, शोक में डूबा परिवार और पूरा गांव
भारत-चीन के बीच एक बार फिर विवाद बढ़ गया है. इस विवाद के कारण लद्दाख सीमा के गलवान वैली में हिंसक झड़प हुई और देश के कई वीर सपूत शहीद हो गए. इन शहीदों में रीवा का भी एक वीर सपूत शामिल है.
- 16 बिहार रेजिमेंट में तैनात थे दीपक सिंह
- मंगलवार देर रात घटना की मिली जानकारी
रीवा के मनगवां थाना क्षेत्र के फरैदा गांव में दीपक सिंह के शहीद होने की खबर जैसे ही उनके परजिनों तक पहुंची, तो घर और गांव में मामत पसर गया. शहीद दीपक सिंह 16 बिहार रेजिमेंट के जांबाज सिपाही थे. शहीद दीपक सिंह की शादी 7 माह पूर्व नवंबर में हुई थी.
शहीद दीपक सिंह के पिता गजराज सिंह को मंगलवार की देर रात सैन्य अधिकारियों ने जानकारी दी कि भारत-चीन की सीमा पर गलवान वैली में हिंसक झड़प हुई और देश के कई वीर सपूत शहीद हो गए हैं. इस शहादत में गजराज सिंह के छोटे पुत्र दीपक सिंह अपनी जान न्योछावर करने से भी पीछे नहीं हटे. झड़प के दौरान वे अंत तक चीनी सैनिकों के आगे डटे रहे. अपने प्राणों का बलिदान देकर देश का यह लाल हर दिल में अमर हो गया.
दीपक सिंह की शहादत पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया और लिखा कि 'तूने सींचा है अपने लहू से वतन की मिट्टी को, वीरों की इस मिट्टी पर हम अभिमान करते हैं. ऐ मेरे वतन के शेर तेरे जाने से चीत्कार रहा दिल, तेरे लहू के हर कतरे, तेरी शहादत को सलाम करते हैं. भारत-चीन की झड़प में शहीद हुए रीवा के वीर सपूत दीपक सिंह के चरणों में विनम्र श्रद्धांजलि.' एक और ट्वीट में मुख्यमंत्री ने लिखा, मां भारती के लाल, विंध्य के वीर योद्धा दीपक सिंह जी के चरणों में श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं. ईश्वर हमारे वीर सपूत की आत्मा को शांति और परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति दें.
श्रद्धांजलि का एक ट्वीट पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के दफ्तर की ओर से भी किया गया है. इसमें लिखा है, प्रदेश के रीवा के ग्राम फरैदा के वीर सपूत दीपक सिंह रणबांकुरे ने सरहद पर चीनी सैनिकों से लोहा लेते हुए मातृभूमि की रक्षा के लिए अपनी शहादत दी है. ऐसे वीर सपूत की शहादत को नमन. परिवार के प्रति संवेदनाएं. दुःख की इस घड़ी में हम सभी शहीद वीर सपूत के परिवार के साथ हैं.