इस बार चीन ने दक्षिण चीन के समुद्री इलाके में गाइडेड मिसाइल से लैस यूलिन और सूचांग युद्धपोत से मिसाइल दागे. दोनों युद्धपोतों से सैकड़ों बम-गोले, मिसाइलें और गाइडेड मिसाइलों का परीक्षण किया गया.
इस युद्धाभ्यास में चीन की नौसेना ने फॉर्मेशन मैन्यूवर, लाइव फायर ऑपरेशंस, एंटी-सबमरीन वॉरफेयर, ज्वाइंट सॉल्वेज जैसे काम किए. चीन की सेना की आधिकारिक साइट ने इसकी तस्वीरें चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स को दी हैं.
चीन के दक्षिणी इलाके के पास स्थित समुद्र में ही मौजूद हैं जापान और ताइवान. दोनों देशों को डर है कि कहीं चीन कोरोना वायरस का सहारा लेकर हमारे ऊपर हमला न कर दे. चीन के युद्धाभ्यास को देखते हुए जापान ने चीन से सटे अपने मियाकोजिमा द्वीप पर मिसाइलें और 340 सैनिक तैनात कर दिए हैं.
ताइवान ने भी आरोप लगाया है कि चीन ने उसके एयरस्पेस में अपने फाइटर जेट भेजे. ये घटना भी 29 मार्च 2020 की रात की है. इसके बाद ताईवान की एयरफोर्स के विमानों ने उन्हें भगाया. चीन ने फिर ताइवान को भड़काने के लिए फाइटर जेट भेजे थे. जिसके बाद ताइवान को अपने लड़ाकू विमानों को इनके पीछे भेजना पड़ा.
इसके बाद ताइवान ने भी अपने शहरी इलाकों में टैंकों के साथ अभ्यास किया. इसके बाद, अब दुनियाभर के रक्षा विशेषज्ञों को लग रहा है कि जापान और ताइवान को डर है कि कहीं चीन कोरोना संकट का फायदा उठाकर हमला न कर दे.
खबर आई है कि उत्तरी कोरिया (नॉर्थ कोरिया) ने भी 29 मार्च 2020 की रात सुपरलार्ज मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर का सफल परीक्षण किया है. उत्तर कोरिया कोरोना वायरस से जूझ रही दुनिया को परेशान करने के लिए पिछले एक महीने में चार परीक्षण किए हैं. 29 को किए गए परीक्षण में उत्तरी कोरिया ने कम दूरी की दो मिसाइलें इस रॉकेट लॉन्चर से छोड़ी. जो अपने निशाने पर सही से लगीं.
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने बताया कि उसकी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की 78वीं ग्रुप आर्मी ने मुख्य युद्धक टैंकों के साथ रात में युद्धाभ्यास किया है.