केन्द्रीय मंत्री तोमर की ग्वालियर को राष्ट्रीय राजमार्ग-3 की सौगात

ग्वालियर । संसदीय क्षेत्र ग्वालियर के घाटीगांव के सोनचिरैया अभयारण्य से साडा यानी विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के बीच से होकर गुजरने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग-3 अब तेजी से आकार लेने लगेगा ।
वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के अड़ंगे के कारण लम्बे अरसे से इसका निर्माण रुका हुआ था, लेकिन क्षेत्रीय सांसद और केंद्रीय ग्रामीण विकास, पंचायत एवं खान मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के लगातार प्रयासों से अब यह अड़ंगा दूर हो गया है । पर्यावरण, वन एवं जलवायु (वाइल्ड लाइफ डिवीजन) की बीते रोज 18 अप्रैल को संपन्न स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में सोनचिरैया अभयारण्य से बायपास निर्माण को हरी झंडी दे दी है। लगातार विकास के नये आयाम स्थापित करने के कारण नरेन्द्रसिंह तोमर विकास नक्षत्र के रूप में उभरे हैं । उनकी उपलब्धियां इस नाम को सार्थक भी करती हैं।
बताना मुनासिब होगा कि साडा से होकर गुजरने वाले एनएच- 3 के बायपास पर ग्रहण लग जाने से न केवल राष्ट्रीय राजमार्ग की उपयोगिता प्रभावित हो रही थी, बल्कि साडा का विकास भी अवरुद्ध हो गया था । इस भारी अड़ंगे के दूर हो जाने से जहां एक ओर संबंधित एजेंसी को एनएच-3 के बायपास निर्माण के लिए वन विभाग के आधिपत्य की सोनचिरैया अभयारण्य की 15.516 हेक्टेयर जमीन मिल जाएगी, वहीं दूसरी ओर राजस्व विभाग अपनी 3.555 हेक्टेयर भूमि देने को पहले से राजी है । इसके चलते बायपास को आकार देने वाली एजेंसी कुल 19. 074 हेक्टेयर पर बेरोकटोक निर्माण कर पाएगी ।

राष्ट्रीय स्तर की हैं उपलब्धि
* ग्वालियर को राष्ट्रीय राजधानी परिक्षेत्र में शामिल कराना।
* सोनचिरैया अभयारण्य से बायपास निर्माण की स्वीकृति।
* चंबल नदी से ग्वालियर के लिए पेयजल आपूर्ति परियोजना (259.34 करोड़)
* रायरु से नयागांव तक (आगरा-मुबंई राजमार्ग) फोरलेन मार्ग (154.95 करोड़) की स्वीकृति
* प्रधानमंत्री आवास एवं अधोसंरचना के द्धितीय चरण के अंतर्गत ग्वालियर में 3408 आवास ( 311 करोड़ स्वीकृत) बनेंगे।