आरबीआई ने देश की जनता को दिया बड़ा झटका, ATM ट्रांजैक्शन की बढ़ाई फीस

नई दिल्‍ली। देश के कई राज्‍यों के एटीएम में कैश की समस्‍या अभी सुलझी भी नहीं है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने जनता को एक और बड़ा झटका दे दिया है। अब 5 से अधिक एटीएम ट्रांजैक्शन करने वाले ग्राहकों को आगे चलकर 20 रुपए प्रति ट्रांजैक्शन खर्च करने होंगे। अभी सभी बैंक एटीएम पर होने वाले कैश ट्रांजैक्शन के लिए 15 रुपए और नॉन कैश ट्रांजैक्शन करने पर खाते से 5 रुपए काटे जाते हैं। यह चार्ज हर महीने फ्री में मिलने वाले ट्रांजैक्शन के ऊपर लगता है। 

क्‍यों हो रही है बढ़ोत्‍तरी 
आरबीआई ने एटीएम पर होने वाले ट्रांजैक्शन के लिए काफी कड़े नियम बना दिए हैं, जिसके बाद एटीएम ऑपरेट करने वाले ट्रांजैक्शन चार्ज बढ़ाने की डिमांड कर रहे हैं। एटीएम इंडस्ट्री ने ट्रांजैक्शन पर 3-5 रुपए बढ़ाने की मांग की है, ताकि वो अपने खर्चों को पूरा कर सके। सीएटीएमआई के निदेशक के श्रीनिवासन ने कहा एटीएम ऑपरेटर्स के खर्चे पहले ही काफी बढ़ चुके हैं। 

जुलाई में लागू हो जाएंगे नए चार्ज 
आरबीआई ने बैंकों को नए नियमों और चार्ज को जुलाई तक लागू करने को कह दिया है। कैश वैन के लिए भी नए नियम बनाए गए हैं। इन नियमों के अनुसार कैश मैनेजमेंट कंपनियों के पास में कम से कम 300 कैश वैन, प्रत्येक कैश वैन में एक ड्राइवर, दो कस्टोडियन और दो बंदूकधारी गार्ड होने चाहिए ताकि कैश की सुरक्षा हो सके। वहीं हरेक कैश वैन में जीपीएस, लाइव मॉनेटरिंग के साथ भू मैपिंग और नजदीकी पुलिस स्टेशन का पता होना चाहिए ताकि इमरजेंसी के वक्त मदद ली जा सके। आरबीआई ने कहा है कि एटीएम का ऑपरेशन केवल वो ही व्यक्ति कर सकेगा, जिसने ट्रेनिंग के बाद सर्टिफिकेट हासिल किया हो। 

इन कंपनियों के हाथों में कैश का मैनेज्‍मेंट 
देश में 19 कंपनियां एटीएम में कैश मैनेजमेंट संभाल रही हैं। इन कंपनियों के अलावा सभी बैंकों का खर्चा भी काफी बढ़ जाएगा। आरबीआई ने सभी बैंकों को मशीन के अंदर नोट भरने के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली कैसेट को भी सीलबंद करने और खाली हो जाने के बाद भरी हुई कैसेट से बदलने का निर्देश जारी किए हैं।