इन 3 दर्जन कमजोर सीटों पर भाजपा तैनात करेगी मंत्री, मंत्रियों की सीटें भी कमजोर
विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा उन सीटों पर मंत्रियों को तैनात करेगी जहां पांच हजार मतों से कम से जीती है। इसमें सबसे ज्यादा ध्यान उन सीटों पर दिया जा रहा है जहां भाजपा दो हजार से भी कम मतों से जीती है। किसान सम्मान यात्रा से फारिग होने के बाद मंत्रियों की ड्यूटी इन क्षेत्रों में लगाई जाएगी।
इसके अलावा कांग्रेस की भी एक दर्जन से अधिक सीटें चिन्हित की गई हैं जहां पार्टी दो हजार से कम मतों से हारी थी। इन सीटों पर अब मंत्रियों के लगातार दौरे होंगे। इनके साथ भाजपा अपने संभाग प्रभारियों को भी भेजेगी। यहां जातिगत और सामाजिक समीकरणों के हिसाब से कार्यक्रम तय किए जाएंगे। इन सीटों पर हर मंडल में कार्यक्रम आयोजित कर नए सदस्यों को जोड़ने का भी अभियान शुरू किया जाएगा। भाजपा मंत्रियों की जिन सीटों को कमजोर मान रही है उनमें मंत्री माया सिंह, रुस्तम सिंह और ललिता यादव की भी सीटें शामिल हैं। पिछले चुनाव में ग्वालियर पूर्व से माया सिंह 1147 मतों से और रुस्तम सिंह 17 सौ मतों से जीते थे।
छतरपुर से ललिता यादव महज 22 मतों से विजयी हुई थीं। इसके अलावा बालाघाट से महज 25 सौ मतों से जीते गौरीशंकर बिसेन की सीट भी भाजपा की नजर में है। सुरखी में 147 मतों से जीतीं पारूल साहू, मेहगांव में 1273 मतों से मुकेश चतुर्वेदी, बड़ामलहरा की रेखा यादव, गुनौर से महेन्द्र सिंह, बरघाट के कमल मर्सकोले, शाजापुर से अरुण भीमावद, सरदारपुर से वेल सिंह भूरिया, मनावर से रंजना बघेल और सैलाना की संगीता चारेल की सीटें शामिल हैं। इसके अलावा कांग्रेस की जबलपुर पूर्व और पश्चिम, जतारा, कोतमा, गुढ़, इछावर, भगवानपुरा, सिंरोज, रैगांव, मंडला सीटें शामिल हैं। इन सीटों पर कांग्रेस दो हजार से भी कम मतों से पिछला चुनाव जीती थी।