आधे हिंदुस्तान में कुदरत की तबाही, बादल फटने से कहीं कार बही, कहीं जिंदगी

हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में मूसलाधार बारिश का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा. यानी आधे हिंदुस्तान में बाढ़ की शक्ल में प्रलय आई है. इतना भयानक आपदा कि देखकर ही सिहरन होती है. उत्तराखंड में कई जगह बादल फटने से तबाही मची है तो हिमाचल में दरकते पहाड़ जान के दुश्मन बन रहे हैं.

बाढ़ और भूस्खलन से सबसे भयानक हालात उत्तराखंड के हैं. उत्तराखंड के आठ जिलों में त्राहि त्राहि मची है. कई जगह बादल फटने के बाद कोहराम मचा हुआ है तो कई जगह भूस्खलन से पहाड़ टूटकर सड़कों पर गिर रहे हैं. उत्तरकाशी, लामबगड़, बागेश्वर, चमोली और टिहरी में तो हालात बहुत बुरे हैं.

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में हिमाचल से लगे मोरी ब्लॉक के गांवों में बादल फटने की घटना के बाद आई बाढ़ और भूस्खलन से आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोग लापता हो गए. क्षेत्र में मोटर पुलों और सड़कों के बह जाने से रेस्क्यू टीमें मौके देर रात तक मौके पर नहीं पहुंच पाईं.

उत्तरकाशी में हिमाचल से सटे इलाकों में बादल फटने की घटना से रविवार तड़के पब्बर और टोंस नदी में आई भीषण बाढ़ की चपेट में आकर आराकोट, मैजणी और माकुड़ी गांवों में आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. जबकि एक शव हिमाचल से बहकर आया. टिकोची गांव में इंटर कॉलेज, अस्पताल, पटवारी चौकी ध्वस्त हो गई. मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि अगले 24 घंटे में देहरादून समेत उत्तरकाशी, चमोदी, पिथौरागढ़, पौड़ी और नैनीताल में भारी से बहुत भारी हो सकती है.

मौसम विभाग ने उत्तराखंड में आगे भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. इस अलर्ट के बाद सोमवार को राज्य के पौड़ी, उत्तरकाशी, नैनीताल, देहरादून, चमोली और बागेश्वर के स्कूल बंद रहेंगे. खराब मौसम के हालातों को देखते हुए चीफ सेक्रेटरी उत्पल कुमार सिंह ने राज्य के सभी अधिकारियों को अलर्ट रहने को कहा है.

पंजाब, मध्य प्रदेश, और राजस्थान में भी भयानक बाढ़ का मंज़र है. पंजाब में किसानों को भारी नुकसान हुआ है तो राजस्थान और मध्य प्रदेश में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है. वाराणसी में तो गंगा का जलस्तर इतना बढ़ गया कि घाट डूब गए हैं.