कोहली के कहने पर नहीं चलेगी CAC, नए कोच के इंटरव्यू पर नहीं पड़ेगा असर

भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने बेशक टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री को बनाए रखने की वकालत की हो लेकिन नव गठित क्रिकेट सलाहकार समिति (CAC) के सदस्य अंशुमन गायकवाड़ ने कहा है कि समिति कोच चुनने के लिए खुले दिमाग से जाएगी और बिना किसी प्राथमिक सोच के इंटरव्यू लेगी. प्रशासकों की समिति द्वारा बनाई गई नई समिति में भारत के वर्ल्ड चैम्पियन कप्तान कपिल देव, पूर्व कोच गायकवाड़ और पूर्व महिला कप्तान शांता रंगास्वामी हैं.

टीम के मौजूदा कोचिंग स्टाफ का करार वेस्टइंडीज दौरे के लिए बढ़ा दिया गया है. गायकवाड़ ने आईएएनएस से कहा, 'हम खुले दिमाग से इंटरव्यू लेने बैठेंगे. इंटरव्यू होने हैं और भारत के अलावा विदेशों से भी लोग उसमें हिस्सा लेंगे. हमें वहां जाकर चीजें देखनी हैं.' विंडीज दौर पर जाने से पहले कोहली ने कहा था कि टीम शास्त्री को बनाए रखने से खुश होगी.

कोहली ने साथ ही कहा था कि सीएसी ने अभी तक उनसे कोच के मुद्दे पर बात नहीं कि है लेकिन अगर वह चाहेंगे तो वह अपनी राय देने के लिए तैयार होंगे. गायकवाड़ से जब कोच चुनने की प्रक्रिया में कोहली से राय लेने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह जरूरी नहीं है. उन्होंने कहा, 'कप्तान कुछ भी कह सकते हैं. इससे हमें परेशानी नहीं है. हम समिति हैं और वो कप्तान का विचार है और इस पर बीसीसीआई सोचेगी, हम नहीं.'

गायकवाड़ ने कहा, 'यह बीसीसीआई पर निर्भर है. बीसीसीआई को हमें गाइडलाइन्स देनी हैं, उसके बाद हम उनके हिसाब से चलेंगे. वह पहले ही कह चुके हैं कि उन्हें क्या चाहिए. जब हमने महिला टीम के कोच का चुनाव किया था तब हमने किसी से बात नहीं की थी. हमने सब कुछ अपने आप किया था.' गायकवाड़ से जब कोच की योग्यता के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, 'मैं भी कोच रहा हूं, कपिल भी कोच रहे हैं. जो जरूरी है वो है मैन मैनेजमेंट, रणनीति और तकनीकी विशेषता.'

उन्होंने कहा, 'यह तीनों चीजें एक कोच के सफल होने के लिए बेहद जरूरी हैं. भारतीय टीम अच्छा कर रही है, लेकिन उनसे और अच्छा करवाने के लिए इन तीनों चीजों का होना जरूरी है. कई सारी चीजें हैं, लेकिन यह चीजें जरूरी हैं.' गायकवाड़ ने कहा, 'मैं बीसीसीआई से बात करने का इंतजार कर रहा हूं कि किस तरह से चीजें होनी हैं. कुछ गाइडलाइंस का कि कब होना है.'