Snapdeal पर नकली प्रोडक्‍ट की हो रही थी बिक्री! 8 हजार सेलर्स पर बैन

पिछले आठ महीनों के दौरान ई-कॉमर्स कंपनी Snapdeal ने अपने प्लेटफॉर्म से 8,000 सेलर्स को हटा दिया है.

ई-कॉमर्स कंपनी Snapdeal के प्‍लेटफॉर्म पर लंबे समय से नकली प्रोडक्‍ट की बिक्री हो रही थी. इस बात का खुलासा खुद कंपनी ने किया है. Snapdeal की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक कंपनी ने पिछले 8 महीनों के दौरान अपने प्लेटफॉर्म से 8,000 विक्रेताओं को हटा दिया है. इन सभी विक्रेताओं पर नकली प्रोडक्‍ट बेचने का आरोप है.

Snapdeal ने एक बयान में बताया, ''पिछले आठ महीनों में स्नैपडील के एक समर्पित दल ने लगभग 400 शिकायतों की समीक्षा की और सत्यापन के बाद 8,000 विक्रेताओं को प्लेटफॉर्म से हटा दिया." कंपनी की तरफ से यह बयान ऐसे समय में आया है, जब हाल ही में राजस्थान के एक कांग्रेस नेता ने कथित तौर पर नकली उत्पाद प्राप्त करने पर स्नैपडील के संस्थापकों कुणाल बहल और रोहित बंसल के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई थी.

दो साल में 60,000 से अधिक नये विक्रेता

हाल ही में Snapdeal ने बताया है कि बीते दो साल में कंपनी ने 60,000 से अधिक नये विक्रेता भागीदार जोड़े हैं. कंपनी के अधिकारी रजनीश वाही के मुताबिक राजस्थान के 25,000 से ज्यादा विक्रेता अपने उत्पाद स्नैपडील के जरिए बेच रहे हैं.

इसके अलावा बीते दो साल में Snapdeal के प्‍लेटफॉर्म पर सूचीबद्ध उत्पादों की संख्या में पांच करोड़ से ज्यादा की बढ़ोत्तरी हुई है. कंपनी को उम्मीद है कि कुल खुदरा कारोबार में ऑनलाइन बाजार की हिस्सेदारी आने वाले कुछ साल में बढ़कर 10 फीसदी तक हो जाएगी.

Snapdeal के अधिकारी के मुताबिक कंपनी के 80 फीसदी से ज्यादा ग्राहक भारत के छोटे शहरों व कस्बों से आते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए कंपनी ऐसे ग्राहकों पर ज्यादा ध्यान दे रही हैं जो ज्यादा महंगे नहीं बल्कि दैनिक उपयोग में काम आने वाले उत्पाद खरीदने में विश्वास रखते हैं.