मध्य प्रदेश में बाढ़ का कहर, 20 जिलों में मूसलाधार बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग के मुताबिक, कटनी, मंडला, जबलपुर, अनूपपुर, विदिशा, सागर, दमोह, छिंदवाड़ा, बालाघाट, सिवनी, होशंगाबाद, बैतूल, हरदा, गुना, शाजापुर, रायसेन, सीहोर, राजगढ़ और अलीराजपुर में बेहिसाब पानी बरस सकता है.

देश के बाकी हिस्सों की तरह मध्यप्रदेश में भी बाढ़ और बारिश की विनाशलीला जारी है. मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के 20 जिलो में सोमवार को मूसलाधार बारिश की भविष्यवाणी की है. मौसम विभाग के मुताबिक, कटनी, मंडला, जबलपुर, अनूपपुर, विदिशा, सागर, दमोह, छिंदवाड़ा, बालाघाट, सिवनी, होशंगाबाद, बैतूल, हरदा, गुना, शाजापुर, रायसेन, सीहोर, राजगढ़ और अलीराजपुर में बेहिसाब पानी बरस सकता है.

उधर, रविवार को शाजापुर जिले के खोकराकला गांव के लोग पानी से घिर गए, जिन्हें राहत और बचाव दल ने सुरक्षित बाहर निकाला. शाजापुर में बीते 24 घंटों के दौरान हुई भारी बारिश से कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. खोकराकला गांव में तो घरों में पानी घुस गया, कई मकानों के निवासी ऊपरी मंजिल पर डेरा डालने को मजबूर हुए. सभी सड़कें जलमग्न हो गई हैं.

शाजापुर के जिलाधिकारी वीरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि तालाब का एक हिस्सा टूट जाने से गांव में पानी भर गया था, लोगों को राहत और बचाव कार्य कर सुरक्षित निकाला गया है. इस काम में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ ) की भी मदद ली गई. प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है. स्थिति में अब सुधार है.

बीते दो दिनों की बारिश ने नदियों का जलस्तर बढ़ाया, वहीं कई स्थानों पर जन-जीवन भी प्रभावित हुआ. बैतूल में सूखी नदी का जलस्तर बढ़ा है, वहीं श्योपुर जिले में बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं. यहां आवदा जलाशय का जलस्तर काफी बढ़ गया है, यह कुल भराव से सिर्फ चार फुट ही कम है.

राज्य के 52 में से 51 जिलों में बीते दिनों हुई बारिश के आधार पर आधिकारिक तौर पर जारी किए गए ब्योरे के मुताबिक, सात जिले ऐसे हैं, जहां औसत से ज्यादा बारिश हो चुकी है. 30 जिलों में सामान्य बारिश दर्ज की गई है और 14 जिले ऐसे हैं, जहां औसत से कम बारिश हुई है.