शहर की यातायात हो रही बदहाल, पार्किंग व रोटरी की जरूरत, यातायात सुधारने के लिये होगा सर्वे

ग्वालियर. शहर के बिगड़े यातायात सिस्टम को सुधारने के लिये एक बार फिर ट्रैफिक सर्वे किया जायेगा। इस ट्रैफिक सर्वे के जरिये यह जानकारी एकत्र की जायेगी कि शहर में सड़ेक किन प्वाइंट पर यातायात इंतजाम दम तोड़ रहे है। उन्हें सुधारने के लिये क्या-क्या कदम उठाये जाने हैं। सर्वे में ज्यादातर फोकस इस बात पर रहेगा कि लोगों को ट्रैफिक जाम फ्री गाड़ी चलाने की व्यवस्था मिल सके और साथ ही शहर के अधिक से अधिक इलाकों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जोड़ने पर फोकस किया जायेगा। जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में 16 जुलाई को आये प्रस्ताव के बाद कंसल्टेंट नियुक्ति को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। कंसल्टेंट कंपनी शहर में सर्वे कर यह रिपोर्ट तैयार करेगी।
कंसल्टेंट कंपनी जल्द होगी नियुक्ति, सुझाव होंगे लागू
सांसद भारतसिंह कुशवाह ने बताया है कि जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में सदस्यों की ओर से सुझाव आया था कि ट्रैफिक सर्वे कराकर सही व्यवस्था लागू हो। जिसके सर्वे के लिये निर्देश दिये गये हैं। इस सर्वे के लिये कंसल्टेंट कंपनी नियुक्त किये जाने की प्रक्रिया चल रही है। जिसकी रिपोर्ट आने के बाद उसके सुझावों को प्रभावी ढंग से लागू कराया जायेगा।
सर्वे में इन 3 मुद्दों पर रहेगा फोकस
पब्लिक ट्रांसपोर्ट
अगले कुछ महीने में शहर में ई-सिटी बस शुरू होनी है। केंद्र सरकार से 75 बसों की स्वीकृति पहले चरण में मिल गई है। ये बसें किन क्षेत्रों से और कहां तक चलानी हैं। इसके लिए सर्वे किया जाएगा, ताकि बसों के संचालन में कठिनाई न हो। इसके अलावा शहर और शहर से सटे क्षेत्रों का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी कि कहां टेंपो,ई-रिक्शा व अन्य साधन चलाए जाने की व्यवस्था बनानी है।
सड़क
शहर के जिन क्षेत्रों में ट्रैफिक लोड ज्यादा है, उनमें सड़कों की चौड़ाई का अध्ययन कराया जाएगा कि प्रति घंटे गुजरने वाले ट्रै​फिक लोड के अनुसार सड़क चौड़ीकरण की जरुरत है या नहीं। साथ ही हर सड़क पर लेफ्ट टर्न और उसकी चौड़ाई की व्यवस्था का भी सर्वे होगा। इससे व्यस्त सड़कों से एक साइड का ट्रैफिक सिग्नल फ्री छोड़ा जा सके। इससे चौराहा एवं तिराहे के सिग्नल पर ट्रैफिक लोड कम रहेगा।
पार्किंग
शहर की मुख्य सड़क, मुख्य बाजारों के साथ ऐसे क्षेत्र…जिनमें आने वाले समय में व्यवसायिक गतिविधि बढ़ने की संभावना है। उन जगहों पर पार्किंग प्वाइंट के लिए सर्वे होगा। नगर निगम ने हाल ही में हुई सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में नगर निगम के अधिकारियों ने बताया था कि 31 पार्किंग शहर में तय की गई है जिनमें से 15 चालू हैं। सर्वे के दौरान सभी प्वाइंट देखे जाएंगे।
2018 का सर्वे…
रोटरी-ट्रैफिक पुलिस के सुझाव अब तक अधूरे
शहर के सबसे व्यस्त चौराहों में शुमार गोले का मंदिर चौराहे पर बीचों बीच एक छोटी रोटरी बनाए जाने का सुझाव दिया था। ताकि, चारों दिशा से गुजरने वाले वाहन इस रोटरी से घूमकर जाएं और एक्सीडेंट की संभावना कम हो। लेकिन यहां रोटरी नहीं बनाई गई।
शिंदे की छावनी स्थित नौगजा रोड कॉर्नर पर पुरानी पुलिस चौकी के सामने सिग्नल सिस्टम लगाया जाए। साथ ही बेरीकेड्स लगाकर रॉन्ग साइड वाले वाहनों को रोका जाए। यहां से पुलिस चौकी हटा दी और सिग्नल लगाने की जगह डिवाइडर से चौराहे की क्रॉसिंग बंद कर दी गई। जिससे रॉन्ग साइड वाले वाहनों से एक्सीडेंट बढ़ गए हैं।
भीड़ वाले बाजारों में पार्किंग की व्यवस्था करनी थी, लेकिन अब तक बाड़े और सदर बाजार जैसे व्यस्त बाजारों में ही पार्किंग की अच्छी व्यवस्था नहीं हो पाई है।
सवारियां लेने के लिए टेंपो, ऑटो स्टॉपेज पर ही खड़े होने की व्यवस्था होनी थी, लेकिन यह भी लागू नहीं हो सका। इससे आए दिन ट्रैफिक व्यवस्था बिगाड़ती है।
ये सुझाव स्मार्ट सिटी ने 2018 में कराए रोड सेफ्टी सर्वे में दिए थे, लेकिन अमल कुछ पर हुआ।)