ग्वालियर में जन्मे अनुराग जैन ने एमपी के मुख्य सचिव का पदभार संभाला
भोपाल. राज्य शासन के 35वें मुख्य सचिव के रूप में 1989 बैच के आईएएस अधिकारी के अनुराग जैन ने मुहूर्त के अनुंसार गुरूवार की सुबह मंत्रालय में पदभार संभाला है। मुख्य सचिव अनुराग जैन को वरिष्ठ अधिकारियों ने पुष्प-गुच्छ भेंट कर स्वागत किया है।
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश के ग्वालियर में अनुराग जैन का जन्म 11 अगस्त 1965 को हुआ था। भारतीय प्रशासनिक सेवा में ज्वाइनिंग के बाद पहली पदस्थापना सागर में सहायक कलेक्टर के पद पर जून 1990 में हुई । बहुमुखी प्रतिभा के धनी अनुराग जैन की शैक्षणिक योग्यता बीटेक, इंजीनियरिंग एवं एमए लोक प्रशासन (USA) है।
अनुराग जैन का अभी तक का सफर
केंद्र में रोड, ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे मिनिस्ट्री की कमान 10 साल पहले पीएमओ में संयुक्त सचिव रहे अनुराग जैन को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में सबसे अहम मंत्रालय रोड, ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे की कमान दी गई है। जैन मप्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दो बार सचिव रह चुके हैं। वे भोपाल के कलेक्टर भी रहे हैं। जैन वित्त प्रबंधन के अच्छे जानकार माने जाते हैं।
यही वजह है कि 2019 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद कमलनाथ सरकार ने उन्हें वित्त विभाग की जिम्मेदारी सौंपी थी। लेकिन मई 2020 में वे फिर से प्रतिनियुक्ति पर केंद्र चले गए। अनुराग जैन ने दिसंबर 2013 से फरवरी 2014 तक भारतीय निर्यात-आयात बैंक के कार्यवाहक अध्यक्ष और कार्यवाहक प्रबंध निदेशक के रूप में भी काम किया है। अनुराग जैन की मध्यप्रदेश में पब्लिक सर्विसेज डिलीवरी एक्ट को लागू कराने में अहम भूमिका रही है। पीएम गति शक्ति मास्टर प्लान में भी उनका अहम रोल रहा। सूत्रों की माने तो दिल्ली से यह संदेश पहुंचा कि अनुराग जैन को मुख्य सचिव बनाया जाए। दरअसल, जब मुख्यमंत्री भोपाल से झारखंड के लिए रवाना हुए तब तक दिल्ली से किसी भी तरह कोई मैसेज नहीं पहुंचा था। इसलिए यह माना जा रहा था कि डॉ राजेश राजौरा ही प्रदेश के अगले मुख्य सचिव बनाए जाएंगे।