ग्वालियर हादसे से सबक, भोपाल में सुधरेगी सड़कें,जुलूस रूट की सड़कों के गड्ढे भरे जाएंगे
भोपाल. ग्वालियर में 5 दिन पहले 25 फीट ऊंची गणेश मूर्ति सडक पर गड्ढे की वजह से गिर गई थी। ऐसा हादसा गणेश विसर्जन के दौरान भोपाल में न हो इसलिए उन सडकों के गड्ढे भरे जाएंगे जहां से विसर्जन जुलूस निकलेंगे। उधर घाटों पर क्रेन से बडी मूर्तियों का विसर्जन किया जाएगा जबकि छोटी मूर्तियों के लिए कुंड में व्यवस्था रहेगी। गणेशी विसर्जन को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। 17 सितंबर को गणेश प्रतिमाओं को नदी-तालाब या कुंड में विसर्जित किया जाएगा। भोपाल में डेढ हजार से ज्यादा पंडालों में प्रतिमाएं विराजित की गई है। इन्हें 17, 18 और 19 सितंबर तक विसर्जित किया जाएगा। इस कारण एक दिन पहले ही घाटों पर जिला प्रशासन, पुलिस और निगम की टीमें तैनात हो जाएंगी।
घर पर लाइटिंग, बेरिकेडिंग की व्यवस्था भी जिला पंचायत सीईओ एवं एडीएम ऋतुराज सिंह ने बताया, शहर के जितने भी विसर्जन जुलूस के रूट है, उनकी रिपेयरिंग कराई जाएगी। सभी गड्ढों को भरा जाएगा। ताकि, जुलूस निकलने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो। विसर्जन घाट और जुलूस रूट का निरीक्षण किया है। घाटों पर लाइटिंग, बेरिकेडिंग भी करेंगे।
बड़ी क्रेन की मदद से विसर्जित करेंगे मूर्तियां पुराने हादसों को ध्यान में रखते हुए इस बार भी गणेश मूर्ति विसर्जन व्यवस्था बदली हुई रहेगी। नगर निगम शहर के 15 से ज्यादा स्थानों पर स्टॉल लगाएगा। लोग घरों में बप्पा की पूजा करने के बाद मूर्तियों को स्टॉल पर ले जाएंगे। जहां से निगम की गाड़ी में मूर्तियों को घाटों पर ले जाया जाएगा। यहां सामूहिक रूप से विसर्जन होगा। बड़ी मूर्तियों का विसर्जन अफसरों की देखरेख में होगा। 6 घाटों के लिए अफसरों की तैनाती की जाएगी।