आरजीपीवी घोटाले में भोपाल-नर्मदापुरम में 7 ठिकानों पर ईडी की रेड
भोपाल. राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में घोटाला मामले में ईडी ने भोपाल में दो ठिकानों नर्मदापुरम के पिपरिया और सोहागपुर में 5 ठिकानों पर रेड की। भोपाल में यूनिवर्सिटी के निलंबित रजिस्ट्रार आरएस राजपूत, पूर्व कुलपति प्रोफेसर सुनील कुमार, एक्सिस बैंक पिपरिया के तत्कालीन मैनेजर राम रघुवंशी, दलित संघ सोहागपुर के सचिव रतन उमरे और उनसे जुडे लोगों के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की जा रही है। भोपाल में सुबह 5 से 6 बजे के बीच ईडी के अफसरों की टीम लेकपर्ल गार्डन पहुंची। इस समय आरजीपीवी के निलंबित रजिस्ट्रार आरएस राजपूत अपने घर में नींद में थे जबकि लेकपर्ल वाले घर से पूर्व कुलपति प्रो. सुनील बहुत पहले चूनाभट्टी शिफ्ट हो चुके है। उनके घर में किराएदार मिले। टीम बाद में प्रो. सुनील के चूनाभट्टी वाले घर भी पहुंची।
रजिस्ट्रार के खिलाफ मिली मनी लॉन्ड्रिंग की शिकायत
अफसरों ने राजपूत के घर के अंदर एंटर होते ही उनका और उनकी पत्नी के मोबाइल जमा कर लिए। ईडी के अफसरों ने निलंबित रजिस्ट्रार के घर से दस्तावेज जमा किए है। कार्रवाई जारी है। ईडी को निलंबित रजिस्ट्रार के खिलाफ मनी लॉन्ड्रि की शिकायत मिली थी। दोपहर में निलंबित रजिस्ट्रार के घर छापे की खबर कॉलोनी में फैल गई। लोग जमा होने लगे। यह बात निलंबित रजिस्ट्रार को नागवार गुजरी। वे दोपहर 3 बजे दो ईडी अफसरों के साथ घर से बाहर भडकते हुए निकले और अफसरों से घर के सामने जमा लोगों को हटाने को कहा।
पूर्व प्रोफेसर से फोन पर लोकेशन पूछी, 30 मिनट बाद पहुंची ईडी
ईडी की दो टीम कार्रवाई के लिए निकली थी। राजपूत दबिश के वक्त ईडी अफसरों को घर पर मिले, लेकिन प्रो. सुनील कुमार के घर में किराएदार मिले। ईडी अफसरों ने किराएदारों से पूछताछ की। किराएदार ने अफसरों को बताया कि वे पिछले डेढ़ साल से यहां रह रहे हैं। प्रो. कुमार भोपाल के चूनाभट्टी इलाके में रहते हैं। इस पर ईडी टीम के निर्देश पर किराएदार से उनको कॉल कर लोकेशन पूछी। लोकेशन मिलने के आधे घंटे बाद ईडी की टीम ने चूनाभट्टी में प्रो. कुमार के घर दबिश दी। टीम उनसे सुबह से पूछताछ कर रही है। टीम को दबिश के दौरान दोनों के घरों में क्या मिला, इसका खुलासा अभी नहीं किया गया है।