महाराष्ट्र सरकार और किसान मोर्चा में सहमति बनी, आंदोलन समाप्त
सूत्रों के मुताबिक किसानों और महाराष्ट्र सरकार से हुई बातचीत के बाद एक आम सहमति बन गई है. प्रस्तावों की स्वीकृति के बाद किसान आज वापस घर लौट जाएंगे. किसान मोर्चा और सरकार के साथ हुई बातचीत के बाद मामला सुलझ गया है. किसान मोर्चा की अधिकांश मांगे मान ली गई हैं. इस आंदोलन की समाप्ति की घोषणा आजाद मैदान से की जाएगी. इस मामले में सरकार किसान मोर्चा को लिखित तौर पर आश्वासन देगी.
सीताराम येचुरी भी हुए शामिल
सीताराम येचुरी भी महाराष्ट्र में किसानों के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए हैं. उन्होंने कहा कि 2017 में पहले किसानों ने नासिक का घेराव किया. सरकार ने कहा कि हम आपकी मांगे मानते हैं लेकिन कुछ नहीं हुआ. फिर किसानों की हड़ताल हुई. जो पहली बार सुना गया. आज लांग मार्च हो रहा है. इस बार इसका पक्का हल हमें चाहिए. 6 महिना- 6 महिना पिछले 3 साल से कह रहे हैं. हम देखेंगे क्या शर्तें लगाई हैं.
क्या है किसानों की नाराजगी की वजह
किसानों का कहना है कि महाराष्ट्र सरकार ने पिछले साल 34 हजार करोड़ रुपए की सशर्त कृषि माफी की घोषणा की थी लेकिन अब तक लागू नहीं किया गया. पिछले साल जून में हुई इस घोषणा के बाद से महाराष्ट्र में 1753 किसान आत्महत्या कर चुके हैं. किसान अब इस मामले में आर या पार चाहते हैं.