RTO की लापरवाही-चलती में बस में लगी आग, आग की लपडें देख यात्री सामान छोड़कर भागे
मालनपुर में बस में आगजनी की घटना के पीछे फिटनेस की कमी सामने आ रही है। बस की बैट्री बॉक्स के अन्दर शॉर्ट सर्किट हुआ। बैट्री बॉक्स की वायरिंग लूज होते ही स्पार्किंग हुई वायरिंग जलते ही बस झटकों के साथ सड़क पर बन्द हो गयी । जैसे ही आग की लपटें बैट्री बॉक्स से उठी वैसे ही बस में भगदड़ मच गयी थी। अगर बस बंद नहीं होती तो गंभीर घटना घट सकती थी। नेशनल हाईवे पर दौडती बस कुछ ही मिनटों में आग के गोले में बदल गयी और यह बस करीब 2 बजे भिंड से मालनपुर के लिये निकली थी। स्लीपर कोच 35 सीटर बस में सवारियों सो रही थी। कुछ यात्री जाग रहे थे। जैसे ही बस बन्द हुई और आग बैट्री बॉक्स से निकली तो सभी यात्री बस में सामान छोड़कर जान बचाकर भागे थे। इन यात्रियों का सामान जलकर खाक हो गयी। 2 मोटरसाईकिल भी बस की छत पर पार्सल के तौर पर रखी गयी थी। यह मोटरसाईकिल भी जलकर राख हो गयी।
दरअसल, इस घटना के पीछे जिले के परिवहन अधिकारी को दोषी माना जाना चाहिये। क्योंकि जिले के परिवहन अधिकारी पूरे समय कार्यालय में बैठकर आराम फरमाते हैं। जबकि सड़क पर दौड़ने वाली बसों की हालत ठीक नहीं है। भिण्ड में 60 प्रतिशत बसों की हालत कण्डम है जो चलने के लायक नहीं फिर भी दिन रात वह यात्रियों को लेकर दौड़ती है।
दलालों के चंगुल में आरटीओ कार्यालय
भिण्ड आरटीओ कार्यालय में दलालों की चंगुल में फंसा हुआ है। यहां पूरे समय अधिकारियों के आसपास दलाल घूमते दिखाई देते हैं। अनफिट वाहनों की फिटनेस का काम हो या फिर कण्डम वाहनों को परमिट सब कुछ इन दलालों के माध्यम से पूरा होता है। जिला परिवहन अधिकारी कभी भी वाहनों की चैकिंग के लिये मैदान में दलबल के साथ दिखाई नहीं देते हैं। बस मालिकों ने निर्धारित संख्या से अधिक बसों में सीट बढ़ा ली है। वह यात्रियों से मनमाफि किराया वसूल रहे है। इन सब बिन्दुओं से परिवहन अधिकारी को कोई लेना देना नहीं है। इसलिये बसों में बैठे यात्री असुरक्षित हो चुके हैं।
रिपोर्ट आने पर सख्त कदम उठाएंगे
मैंने आरटीओ को सख्त निर्देश दिए है। चलती बस में आग कैसे लगी? बस में आग लगना गंभीर मामला है। जल्द रिपोर्ट लेकर आगे की कार्रवाई के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
डॉ सतीश कुमार एस, कलेक्टर, भिंड