Delhi-NCR से सटे यूपी के इस शहर में ओलंपिक विलेज बसाने की हो रही तैयारी, जानें प्लान
जल्द ही दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) के हिस्से में एक बड़ी कामयाबी आ सकती है. नए बस रहे शहर में ओलंपिक विलेज (Olympic Village) बसाने की तैयारी चल रही है. नया बस रहा शहर यूपी (UP) का. दुनियाभर से ईजी कनेक्टिविटी के चलते यह बड़ा कदम उठाया गया है. ओलंपिक विलेज में सभी खेल प्रतियोगिताओं के इंटरनेशनल मानक पर स्टेडियम बनाए जाएंगे. खिलाड़ियों के लिए खेल गांव बसाया जाएगा. दफ्तर भी होंगे. गौतम बुद्ध नगर की यमुना अथॉरिटी (Yamuna Authority) इसकी तैयारी कर रही है. ओलंपिक विलेज यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) के किनारे बसाया जाएगा.
मास्टर प्लान 2041 में शामिल किया गया है ओलंपिक विलेज
यमुना अथॉरिटी से जुड़े अफसरों की मानें तो मार्स प्लानिंग एंड इंजीनियरिंग सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी अथॉरिटी के लिए मास्टर प्लान तैयार कर रही है. इसी कंपनी को ओलंपिक विलेज की जिम्मेदारी भी दी गई है. कंपनी मास्टर प्लान में ओलंपिक विलेज को शामिल करते हुए रिपोर्ट तैयार कर रही है. सोमवार को कंपनी ने यमुना अथॉरिटी में प्लान रिपोर्ट का प्रेजेंटेशन भी दिया.
जानकारों की मानें तो मास्टर प्लान ओलंपिक और कॉमनवेल्थ गेम्स के मानकों को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है. अथॉरिटी की मंशा है कि जब भारत ओलंपिक गेम्स की मेजबानी करेगा तो ओलंपिक विलेज होने के चलते यह बड़ी कामयाबी उसके हिस्से में आएगी.
यमुना एक्सप्रेसवे से मथुरा-वृंदावन तक बनेगा नया एक्सप्रेसवे, जानें प्लान
यमुना अथॉरिटी के सीईओ अरुणवीर सिंह ओलंपिक विलेज बसाने की तैयारियों को स्पीड दे रहे हैं. किसी भी काम में कोई अड़ंगा न फंसे, इसके लिए खुद ही पूरे मास्टर प्लान की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. उनका कहना है कि बर्लिन, लंदन, मॉस्को, टोक्यो समेत जब हम उन शहरों की ओर देखते हैं जहां ओलंपिक गेम्स हुए थे तो सब में एक ही चीज कॉमन है. और कॉमन चीज है ईजी कनेक्टिविटी. और उसी तरह की ईजी कनेक्टिविटी धीरे-धीरे हमारे यहां भी हो रही है.
दुनिया से जोड़ने वाला जेवर एयरपोर्ट हमारे यहां बन रहा है. देश के बड़े शहरों से जोड़ने वाले ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे, यमुना और दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेसवे से हम जुड़े हुए हैं. दिल्ली-मुम्बई और अमृतसर-कोलकाता रेल कॉरिडोर से हम जुड़ रहे हैं. बुलेट ट्रेन, रैपिड मेट्रो, सिटी मेट्रो, पॉड टैक्सी, नोएडा में हेलीपोर्ट आदि से हम जुड़ रहे हैं. आईजीआई एयरपोर्ट की दूरी भी अब हमसे बहुत कम रह गई है.