स्‍वामी प्रसाद मौर्य के काफिले पर पथराव मामले में बेटी संघमित्रा और बेटे अशोक मौर्य भी नामजद

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Chunav) के छठे चरण के प्रचार के दौरान कुशीनगर जिले के फाजिलनगर विधानसभा (Fazilnagar Assembly Seat) क्षेत्र में समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट मामले में नया मोड़ आ गया है. अब दोनों तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया है. इसमें सपा प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्य की सांसद बेटी संघमित्रा और बेटे अशोक मौर्य भी नामजद हैं. बीजेपी दुदही मंडल अध्यक्ष दीपराज खरवार की ओर से तहरीद दी गई थी. इसमें BJP सांसद संघमित्रा मौर्य और अशोक मौर्य समेत 30 नामजद तथा सैकड़ों अज्ञात सपा कार्यकर्ताओं के नाम शामिल हैं. इन सभी पर मारपीट, नकदी और चेन छीनने तथा एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.

‘दैनिक जागरण’ में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, सपा के फाजिलनगर विधानसभाध्यक्ष हीरालाल यादव की ओर से भी तहरीर दी गई है. इसमें भाजपा मंडल अध्यक्ष दीपराज खरवार समेत 15 नामजद तथा सैकड़ों अज्ञात कार्यकर्ताओं के नाम हैं. पुलिस अधीक्षक सचिन्द्र पटेल ने बताया कि दोनों पक्षों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है. जांच में जो भी बातें सामने आएंगी उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी. जिला निर्वाचन अधिकारी डीएम एस राजलिंगम ने देर शाम बताया कि सपा प्रत्याशी ने रोड शो के लिए कोई अनुमति नहीं ली थी, उन्हें केवल प्रत्याशी समेत दो वाहनों पर भ्रमण करना था. घटना के बाद मौके पर हुई वीडियोग्राफी में 25 वाहनों के क्षतिग्रस्त होने की बात सामने आई है.

संघमित्रा पर कार्रवाई कर सकती है BJP

इस बीच खबर है कि बीजेपी सांसद संघमित्रा पर भाजपा भी कार्रवाई कर सकती है. कुशीनगर के भाजपा जिलाध्यक्ष प्रेमचंद मिश्र का कहना है कि पार्टी को पहले से ही इसकी सूचना थी कि संघमित्रा अपने पिता समर्थन में प्रचार कर रही हैं. इसकी सूचना भी शीर्ष नेतृत्व को दे दी गई है.

बीजेपी सांसद संघमित्रा का आरोप

बता दें कि चुनाव प्रचार के अंतिम दिन यानी मंगलवार को जब खलवा पट्टी गांव में स्वामी प्रसाद मौर्य और भाजपा कैंडिडेट सुरेंद्र कुशवाहा अपने-अपने काफिले के साथ चुनाव प्रचार कर रहे थे, तभी एक जगह दोनों काफिलों का आमना-सामना हुआ. इसके बाद दोनों के समर्थकों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया और वे आपस में भिड़ गए. देखते ही देखते पथराव शुरू हो गया और कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं. हालांकि, घटना के वक्त स्वामी प्रसाद मौर्य मौजूद नहीं थे, क्योंकि उनकी गाड़ी काफी आगे निकल चुकी थी. इस हमले को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा पर सुनियोजित तरीके से हमले का आरोप लगाया है. वहीं, भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य ने भाजपा कार्यकर्ताओं को इस हमले का जिम्मेदार ठहराया है.