शिवराज सरकार नहीं बना पाई 1000 बिस्तर का अस्पताल
स्वास्थ्य सुविधा बेहतर करने के लिए बन रहे 1000 बिस्तर के अस्पताल का निर्माण पूरा नहीं हो पा रहा है। कोरोना की दूसरी लहर खत्म होने के बाद इसके निर्माण कार्य में तेजी लाई गई थी, ताकि तीसरी लहर से पहले कम से कम इस अस्पताल का एक ब्लॉक तो तैयार किया जा सके। अब तीसरी लहर भी खत्म होने की ओर है, लेकिन अस्पताल के सी-ब्लॉक को अभी तक हैंडओवर नहीं किया गया है।
दूसरी तरफ शहर में सिर्फ दो साल में ही 124 निजी अस्पताल खुल गए। सिर्फ 2021 के आंकड़ों पर नजर डालें तो इस अवधि में कुल 89 नए अस्पताल खुले। इसमें लगभग 2021 पलंग की सुविधा उपलब्ध है। इसमें वर्ष 2020 के आंकड़ों को जोड़ लें तो ये संख्या बढ़कर 3266 पहुंच जाएगी। यानी कि आवश्यकता पड़ने पर इन अस्पतालों में इतनी ही संख्या में मरीजों को भर्ती करने की सुविधा है। इसकी पुष्टि खुद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से संबद्ध निजी एजेंसी कर रही है।