टीम अमित शाह घेर रही है कांग्रेस के इस विधायक को, ये है वजह
इंदौर ज़िले की नौ में से 8 सीटों पर बीजेपी का कब्ज़ा है. सिर्फ एक सीट पर कांग्रेस काबिज है. राऊ पर कांग्रेस के बेहद सक्रिय नेता जीतू पटवारी विधायक हैं. राहुल के दौरे के बाद अब बीजेपी ने अपनी रणनीति बदल दी है. वो इस सीट को कांग्रेस से छीनने की तैयारी में है
बीजेपी का पूरी फोकस राऊ सीट पर है. बीजेपी के लिए ये सीट इतनी अहम है कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को इसकी फिक्र है. यही कारण है कि उनके इशारे पर गुजरात के भरूच और बड़ौदा की चार सदस्यीय टीम ने राऊ विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर यहां के हालातों का जायजा लिया. बीजेपी के दावेदारों के इंटरव्यू लिए. साथ ही राऊ के मुद्दों और जातीय समीकरणों की रिपोर्ट भी तैयार की. पिछले चुनाव में यहां खाती समाज के जीतू पटवारी ने अपने ही समाज के जीतू जिराती को साढ़े अठारह हजार वोटों से हराया था. राऊ में खाती समाज के साढ़े छह फीसदी वोट हैं.
राऊ में जातीय समीकरण कुछ इस तरह हैं. यहां कुल 2 लाख 88 हजार वोटर हैं. इनमें से खाती समाज के 19 हजार, पाटीदार-16 हजार, गारी- 12 हजार,मराठी- 35 हजार, ब्राह्म्ण 35 हजार, राजपूत-26 हजार, बलाई-17 हजार, भील-25 हजार और मुस्लिम समाज के 28 हजार वोटर हैं.
राऊ में सबसे ज्यादा 12 फीसदी वोट महाराष्ट्रीयन समाज के हैं. फिर मुस्लिम,राजपूत,ब्राह्मण और भील वोट हैं. इसीलिए इस बार के टिकटों में समाज का तालमेल अहम माना जा रहा है. उम्मीदवार भी जातीय समीकरण के हिसाब से दावेदारी कर रहे हैं. कांग्रेस के जीतू पटवारी का कहना है कि बीजेपी मेरी घेराबंदी कर रही हैं और हम बीजेपी को घेर रहे हैं.इसमें कोई बड़ी बात नहीं है.
बहरहाल बीजेपी के गढ़ बन चुके मालवा में जहां कांग्रेस एक एक सीट पर जोर लगा रही है तो वहीं बीजेपी, कांग्रेस के विधायकों की घेराबंदी कर इन सीटों पर अपनी पूरी ताकत लगा रही है. मालवा में 66 सीट हैं उनमें से 56 पर बीजेपी काबिज है और 9 कांग्रेस के खाते में गयीं.